Pages

Quotes Of The Day

"Quotes Of The Day..."

"A person should not be too honest. Straight trees are cut first and honest people are hooked  first."

-  Chanakya quotes(Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)

Thursday, May 17, 2012

इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!......बनी-ठनी




...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!
राजस्थान, जो अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में शुमार है,जहां एक ओर दूर तक फैला हुआ थार का रेगिस्तान है तो दूसरी ओर राजपूत राजा-महाराजाओं के गौरवपूर्ण इतिहास की गाथा गाते हुए ऊंचे-ऊंचे महल हैं|जहां की कला संस्कृति सम्पूर्ण विश्व में अपनी एक अलग छाप लिए हुए है|











पूरे विश्व में अपना परचम फहराने वाली इन्ही कलाओं में से एक कला हैं यहां की लघु चित्रकारी|जिसकी शुरुआत मुगलों के द्वारा की गई थी| इस कला को फराज (पार्शिया) से लाया गया था| हुमायु ने फ़राज़ से चित्रकारों को बुलाया था, बाद में अकबर ने इसे बढ़ावा देने के लिए एक शिल्प कला का निर्माण करवाया था| फ़राज़ के कलाकारों ने इस भारतीय कलाकारों को इस कला का प्रशिक्षण दिया, बाद में इस खास शैली में तैयार किये गए चित्र राजस्थानी चित्र या राजपूत चित्र कहलाए|

...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!

बनी-ठनी 
...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!


 अठारहवीं सदी में राजस्थान के किशनगढ़ प्रान्त में एक नई कला ने जन्म लिया जिसे आज भी बनी ठनी के नाम से जाना जाता है|


...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!


इस कला का जन्म महाराजा सावंत सिंह के शासन काल में हुआ था| 

...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!


कहा जाता है कि महाराजा सावंत सिंह को बनी ठनी नामक एक दासी से प्रेम हो गया था, तब उन्होंने उस समय के कलाकारों को आदेश दिया कि वे कृष्ण-राधा के प्रेम चित्रों के रूप में उनकी और उनकी प्रेमिका की तस्वीरें बनाएं| 




...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!

बाद में यह चित्रकारी इतनी प्रसिद्ध हो गई कि इसे भारत की मोनालिसा के नाम से जाना जाने लगा|



...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम! ...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!

...और इस तरह अमर हो गया 18 वीं सदी के एक राजा का प्रेम!


आज भी देश-विदेश में बनी ठनी का एक अलग ही मुकाम है|


No comments: